DBMS Kya Hai ? आइये सरल एवं सामान्य भाषा में समझे

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DBMS Kya Hai ?

Database Management System

हम सभी के लिए अपने Data को manage करना कभी कभी एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने होता है ख़ास तौर पर जब वह Data किसी बड़ी संस्था या कार्यालय का हो. ऐसे में सभी रिकार्ड्स को सुरक्षित रखने के लिए हम अपने अलग अलग रास्ते खोजते है लेकिन यह एक बेहद ही जिम्मेदारी भरा काम है जिसको लेकर लापरवाही नहीं की जा सकती. बीते समय की बात करें तो यह काम कागजों और फाइलों में हाथ से लिख कर किये जाते थे लेकिन वह सुरक्षित प्रणाली नहीं है. इसमें कई तरह से डाटा खत्म होने के आसार बने रहते है जैसे , समय के साथ स्याही उड़ना , पानी पड़ जाना , फाइल या कागज चोरी हो जाना , आग लग जाना , साथ ही साथ पिछले Data को ढूँढने के लिए बार बार परेशानी का सामना करना. हालाँकि आज के समय में सभी कार्यालयों एवं अन्य जगहों पर कंप्यूटर्स का इस्तेमाल होता है और डाटा को उसी में Save रखते है लेकिन system में भी Data को Manage करना आसान नहीं है ऐसे में हम इसके लिए DBMS यानी Database Management System को फॉलो करते है. जिसमे हम जानते है की कैसे Data को सुरक्षित Delete , Create , Edit करना है.

DBMS Kya Hai ? लेख में आज हम सामान्य भाषा में विस्तार से बात करेंगे DBMS में हम कैसे डाटा को स्टोर करते है ? DBMS Kya Hai ? Database Management System हमारे लिए किस प्रकार से उपयोगी है ?

DBMS Kya Hai ?

DBMS Kya Hai को यदि हम सरल भाषा में समझें तो , DBMS यानी Database Management System जैसा की नाम से ही स्पष्ट है एक ऐसा System जिस से हम Data को Manage करते है. DBMS में डाटा को Create करने से लेकर Delete , Update एवं Control करने जैसी सभी चीजों को मैनेज किया जाता है.

हम सभी जानते है , Database सभी Related Data का कलेक्शन होता है यानी की काफी सारे Data और Records मिल कर एक Database तैयार करते है. जिसमे काफी सूचना मौजूद होती है. जैसे हम Database को उधाहरण से समझें तो एक स्कूल की किसी कक्षा में बच्चो के नाम, रोल नंबर, अंक और फ़ोन नंबर मिलकर एक Database तैयार करते है जिस से हमें इनफार्मेशन मिलती है. इस से हम किसी भी छात्र के बारे में डाटा निकाल सकते है और साथ ही साथ किस छात्र ने कितने अंक हासिल किये है कौन स्कूल का टॉपर है सब आसानी से जान सकते है.

DBMS डाटाबेस को कुछ इस तरह से store करता है की आसानी से हम Data Retrieve , Manipulate और Produce कर सकते है.

तो दोस्तों अभी तक आप अच्छे से समझ गये होंगे की DBMS Kya Hai ? आइये अब बात करते है DBMS की कुछ खूबियों की जो की इसे अन्य प्रणालियों से ख़ास बनाती हैं.

Characterstics of DBMS

  • Self Describing Nature

DBMS ( Database Management System ) में पूरा Database इस तरह तैयार होता है की आप आसानी से किसी भी डाटा को हासिल कर सकते है. जैसे , आप स्कूल के पूरे Database में से किसी एक छात्र के डाटा को निकालना चाहते है तो आप आसानी से निकाल पायेगें चूँकि DBMS में सभी डाटा एक Structure के रूप में store रहता है यानी आपको इसमें डाटाबेस Meta Data के रूप में store मिलता है.

  • Multiple Views Data

Database Management System में कई सारे लोग Data को use कर सकते है ऐसे में जिसे जैसा डाटा चाहिये यह उसे उसी प्रकार से उपलब्ध कराता है जैसे, स्कूल के डाटा को कई लोग उपयोग करते है और सभी की जरूरत अलग अलग होती है. प्रिंसिपल को पूरे स्कूल के डाटा पर नजर रखनी होती है तो वहीं क्लास टीचर को सिर्फ उस क्लास के डाटा से मतलब रहता है. ऐसे में DBMS जिसे जैसा डाटा चाहिये उसे वैसा ही डाटा उपलब्ध कराता है.

  • Multiple Users Sharing

यदि एक समय पर कई लोग अपने अलग अलग system पर डाटा use करना चाहते है तो DBMS हर यूजर को डाटा उपलब्ध करता है. जैसे, स्कूल की प्रिंसिपल , क्लास टीचर , छात्र एक समय में वह सभी डाटा देख सकते है जिसका उनके पास अधिकार है.

बीते समय में उपयोग होने वाली किसी भी प्रणाली में यह सुविधायें नहीं थी जिस से हम एक समय में कई लोगों के साथ डाटा शेयर कर सके या फिर आसानी से किसी एक व्यक्ति का डाटा निकाल सके साथ ही पूरा डाटा सिर्फ उसी के पास रहता था जिसके पास फाइल या वह कागज होते थे यानी जिसे हमें पूरा डाटा नहीं देना तब भी वह उसके साथ साझा करना पड़ता था लेकिन DBMS में ऐसा नहीं है हमारे पास कई विकल्प मौजूद है जिस से हम अपने डाटा को सुरक्षित और अपने अनुसार शेयर कर सकते है.

DBMS Kya Hai ? और इसकी क्या खूबियाँ है ? जानने के बाद आइये अब बात करते है DBMS किस प्रकार कार्य करता है ?

  • हम अक्सर ही देखते है हर सॉफ्टवेर अपनी एक अलग फाइल बनाता है और कई बार वह फाइल जगह जगह बन जाती है लेकिन DBMS में ऐसा नहीं होता. Database Management System में कोई भी फाइल की डुप्लीकेट फाइल नहीं बनती यानी की DBMS में किसी भी प्रकार की Data Redundancy नही होती.
  • DBMS में हम अपने मुताबिक सभी को अधिकार दे सकते है यानी Authorised User बनाना admin के हाथ में रहता है.
  • इसमें किसी भी प्रकार की Data Consistency नही होती है यानी कोई भी डाटा बार बार इकट्ठा नहीं होता है.
  • Database Management System में सभी डाटा Meta Data के रूप में स्टोर होता है जिसके कारण हमें डाटा को निकालने में बेहद आसानी रहती है. जिस से हम डाटा को जल्दी ढूंड कर एक बार में ही अपडेट कर सकते है.
  • DBMS में डाटा गलत हाथों में नहीं जाता जिस से यह सुरक्षित बना रहता है. इसका कारण है की admin के पास सभी विकल्प मौजूद होते है की किस यूजर के साथ क्या डाटा शेयर करना है जिसके मुताबिक ही हर यूजर को अधिकार दिया जाता है.
  • यदि किसी भी परिस्थिति में system खराब या बंद हो जाता है तो हम आसानी से इस डाटा को रिस्टोर भी कर सकते है.

DBMS के नुक्सान

DBMS Kya Hai ? यह कैसे काम करता है और इसके क्या फायदे है हम इन सभी पर बात कर चुके है लेकिन DBMS के कुछ नुक्सान भी है. आइये एक नजर डालते है कुछ ऐसे ही बिन्दुओ पर.

  • DBMS काफी महंगी प्रणाली है. इसमें डाटा सुरक्षित होता है लेकिन इसे उपयोग करने के लिए काफी बजट की आवश्यकता है इसी कारण यह छोटी जगहों या छोटे संस्थानों के लिए नहीं है.
  • यदि किसी कारणवश डाटा को ट्रान्सफर करना पड़े तो यह बेहद ही मुश्किल काम है जिसमे समय और मेहनत दोनों की ही जरूरत होती है.
  • यदि किसी बड़ी कम्पनी में डेटाबेस कुछ समय के लिए भी फेल हो जाए तो यह बड़े नुक्सान का भी कारण बन सकता है.
  • हर किसी के लिए उपयोग करना सम्भव नहीं , दरअसल DBMS के लिए आपको इसका थोडा ज्ञान होना आवश्यक है. कोई भी इस प्रणाली से बिलकुल अनजान व्यक्ति डाटा नहीं ढूंढ सकता.

हर सिक्के के दो पहलु होते है यदि DBMS के फायदे है तो दूसरी ही तरफ इसके कुछ नुक्सान भी है. आइये अब बात करते है DBMS के प्रकारों की.

Types of DBMS

  1. Network Database
  2. Relational Database
  3. Hierarchical Database

Network Database में डाटा रिकार्ड्स के रूप में होता है जिसमे डाटा के बीच के लिंक को दर्शाया जाता है. जबकि Relational Database में डाटा टेबल्स के रूप में होता है और इसे हम स्ट्रक्चर्ड डेटाबेस के रूप में जानते है. ऐसे ही Hierarchical Database में डाटा को पैरेंट और चाइल्ड के रूप में दिखाया जाता है.

Components Of DBMS

  • Tables
  • Field
  • Record
  • Queries
  • Forms
  • Reports

 

  • DBMS में सभी डाटा टेबल्स की फॉर्म में सुरक्षित रहता है जो Rows और Columns से मिलकर बनी होती है.
  • Table के अन्दर प्रत्येक Column को Field कहते है जिसके कई भाग होते है. जैसे स्कूल के बच्चो का नाम , रोल नंबर , अंक , पता आदि.
  • टेबल में हर तरह की एंट्री को Record कहते है. जैसे बच्चे का नाम रामू , उसका फ़ोन नंबर , अंक व पता. ये सभी रिकॉर्ड है.
  • Table में से किसी डाटा को जरूरत के मुताबिक निकालने के लिए हम Query का इस्तेमाल करते है जैसे हमे फ़ैल हुए बच्चों के नाम चाहिये. तो इसके लिए हम 33 से कम अंक हासिल करने वाले बच्चो को निकालेगे यह हमारी Query है.
  • Tables की तरह ही Data को फॉर्म्स में सबमिट किया जाता है.
  • हमारे द्वारा किसी भी डाटा को अलग कागज़ पर प्रिंट किया जाना Record कहलाता है.

Functions of DBMS

  • Create Data
  • Manage Data
  • Update Data
  • Delete Data
  • Data Backup
  • Data Recovery

DBMS में हम Data Create करते है यानी टेबल्स की फॉर्म में Store करते है ताकि अच्छे से Manage किया जा सके और समय समय पर यदि जरूरत पड़े तो हम उसे आसानी से Update और Delete भी कर सकते है. साथ ही साथ Data का Backup भी मैनेज करते है यदि किसी कारणवश System खराब हो जाये तो उसे आसानी से Recover भी कर सकते है.

तो दोस्तों उम्मीद करते है आपको अच्छे से समझ आएगा DBMS Kya Hai ? इसके क्या फायदे और नुक्सान है ? यह कैसे काम करता है और यह हमारे लिए क्यों जरुरी है. यदि DBMS Kya Hai ? से सम्बन्धित आपके मन में कोई भी सवाल है तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है और यदि आप Database Management System से सम्बन्धित कुछ भी विस्तृत जानकारी हमारे साथ साझा करना चाहते है तो आप हमें DBMS Kya Hai ? सब्जेक्ट के साथ मेल भी कर सकते है.

अन्य प्रष्ठ

आइये बिलकुल साधारण एवं सरल भाषा में समझें Blockchain Kya Hai ?

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