ताज महल को तीन बार बेंच चुके है चोरो के सरदार Mr Natwarlal

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Natwarlal History in Hindi

नटवरलाल , यह नाम आपने अपनी जिन्दगी में कभी न कभी जरुर सुना होगा. इस शख्स को लेकर बॉलीवुड में Mr Natwarlal और Raja Natwarlal जैसी बड़ी फिल्मे भी बनी है जिसमे अमिताभ बच्चन और इमरान हाश्मी ने रोल अदा कर चुके है. लेकिन क्या आप जानते है Mr Natwarlal कौन है ? आइये जानते है इस महान शख्स के किस्से जिन्हें सुनकर आप आश्चर्य में पड़ जायेगे.

Mr Natwarlal को चोरों का रोल मॉडल कहा जाये तो गलत नहीं होगा. भारत के सबसे बड़े ठगों में से एक Mr Natwarlal लोगो और पुलिस को अपनी चालाकी और चुस्ती से बेवकूफ बनाने में एक्सपर्ट था. नटवरलाल नाम से मशहूर यह शख्स पेशे से वकील था लेकिन अपने शातिर दिमाग के चलते उसने दूसरों के हस्ताक्षर कॉपी करना शुरू कर दिया जिसके बाद वह चोरी की दुनिया में पाँव पसारता गया.

मिथलेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ़ नटवरलाल ने अपनी जिन्दगी में कई बड़े कारोबारियों को धोखा दिया. इसी के साथ ही साथ उसने राष्ट्रपति के हस्ताक्षर की नक़ल करके भारतीय सम्पत्ति को विदेशी लोगो को बेचना शुरू कर दिया. जिसमे लालकिला, राष्ट्रपति भवन , संसद और तीन बार ताजमहल का सौदा हुआ.

नटवरलाल ने लगभग अपनी 50 अलग अलग पहचान बना रखी थी. जिन भेस के जरिये ही वह पैसे वाले लोगो को धोखा दिया करता था. आइये एक नजर डालते है Mr Natwarlal के इन कारनामो पर.

TajMahal का सौदा

Mr Natwarlal ने सरकारी कर्मचारी के भेस में विदेशी पर्यटकों के साथ ताजमहल का सौदा करते हुए उसे बेच डाला. जिसके ही साथ चौंकाने वाली बात यह है की यह सौदा सिर्फ एक बार नही तीन बार हुआ.

संसद भवन का सौदा

नटवरलाल ने न सिर्फ ताजमहल को बल्कि संसद भवन को भी बेच दिया. आश्चर्य की बात तो यह है की संसद में मौजूद 545 सांसद भी उसी सौदे का हिस्सा बने, जिसमे उन सभी सांसदों को भी संसद भवन के साथ साथ बेच दिया गया था.

Mr Natwarlal के कारनामे यही नही रुके बल्कि ताजमहल के साथ साथ संसद भवन , लालकिला व अन्य भारत की इमारतों को भी नटवरलाल ने राष्ट्रपति के हस्ताक्षर करके विदेश में बेच दिया था.

जेल से फरार

Mr Natwarlal अपने तेज दिमाग से आम पब्लिक को ही नहीं बल्कि सरकार और पुलिस को भी चकमा देने में माहिर था. 14 केसों के चलते 113 साल की जेल होने के बाद नटवरलाल पुलिस के चंगुल से एक दो बार नही बल्कि 7 बार फरार हुआ. अंत में जब वह जेल से निकल कर भागा तो उसकी उम्र 84 साल थी जिसके बाद वह कभी भी पुलिस की गिरफ्त में नही आया.

मरने का नाटक

नटवरलाल ने पुलिस से बचने के लिए 1996 में मरने का नाटक भी किया.जिसके बाद पुलिस ने नटवरलाल के जुर्म की फाइल को बंद कर दिया लेकिन लोगो के अनुसार नटवरलाल की म्रत्यु 2009 में हुयी.

गरीबों के लिए भगवान्

करोड़ो और अरबों की लूट करने वाला Mr Natwarlal अपने गाँव के गरीबों व अन्य जरुरतमंदों के लिए मसीहे से कम नहीं था. नटवरलाल जितनी भी हेराफेरी करता वह सब गरीबों में बाँट देता था.

गाँव में मूर्ति

Mr Natwarlal ने गलत काम करने के बाद भी लोगो के बीच अपने प्यार को बरकरार रखा यही कारण है की आज भी नटवरलाल के गाँव के लोग इस ठग की मूर्ति बनाना चाहते है.

बॉलीवुड फिल्मे

नटवरलाल के नाम से बॉलीवुड में भी दो बड़ी फिल्मे बन चुकी है जिसे काफी लोगो ने पसंद भी किया है.

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